Saturday, April 2, 2016

हवाई जहाज की तरह ट्रेन में भी मदद के लिए होंगी होस्टेस


5 अप्रैल को लॉन्च होगा पहला गतिमान एक्सप्रेस
फ्लाइट्स की तरह भारतीय रेलवे में भी यात्रियों को होस्टेस की मदद मिलने का रास्ता साफ हो गया है. जल्द ही कुछ ट्रेनों में होस्टेस गुलाब का फूल देकर यात्रियों का स्वागत करेंगी. यात्री रेल बजट में किए गए मंत्री सुरेश प्रभु के ऐलान को अब साकार होते देख पाएंगे. उन्होंने फ्लाइट्स की तरह ही तेज गति ट्रेन का ऐलान किया था. इसके साथ ही होस्टेस की तैनाती की बात भी कही थी.
5 अप्रैल को लॉन्च होगा पहला गतिमान एक्सप्रेस
 रेलवे ने दिल्ली-आगरा गतिमान एक्सप्रेस सेवा में ट्रेन होस्टेस तैनात करने का फैसला किया था. इसे महिलाओं के लिए रोजगार बढ़ाने से जोड़कर भी देखा जा रहा है. यह ट्रेन 160 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली पहली ट्रेन होगी. रेल मंत्री प्रभु 5 अप्रैल को गतिमान एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाकर लॉन्च करने वाले हैं.

नौ रूटों में होस्टेस की होगी तैनाती
रेल मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार हम विमान की तरह गतिमान एक्सप्रेस में अच्छी सेवा देने की कोशिश कर रहे हैं. इस एक्सप्रेस ट्रेन को बाद में सभी नौ रूटों चलाया जाएगा और सबमें पर यह विशेषता उपलब्ध रहेगी. इन रूटों में कानपुर-दिल्ली, चंडीगढ़-दिल्ली, हैदराबाद-चेन्नई, नागपुर-बिलासपुर, गोवा-मुंबई और नागपुर-सिकंदराबाद शामिल है. उन्होंने कहा कि देश के पहले सेमी-हाई स्पीड ट्रेन की इस खासियत को राजधानी एक्सप्रेस और शताब्दी एक्सप्रेस में भी बढ़ाने वाले हैं.
गतिमान एक्सप्रेस ट्रेन की और विशेषताएं
गतिमान एक्सप्रेस दिल्ली से आगरा 200 किमी की दूरी 105 मिनट में पहुंचाएगी. इसमें 5400 एचपी इेलेक्ट्रिक लोकोमोटिव के साथ 12 कोच होंगे. मौजूदा सबसे तेज ट्रेन शताब्दी एक्सप्रेस आगरा से दिल्ली की तय करने में 120 मिनट का समय लेती है. गतिमान एक्सप्रेस का किराया शताब्दी एक्सप्रेस से 25 फीसदी अधिक होगा. इसमें हाई-पावर इमरजेंसी ब्रेक, ऑटोमैटिक फायर अलार्म, जीपीएस आधारित पैसेंजर इंफॉर्मेशन सिस्टम और कोच में स्लाइडिंग डोर जैसी सुविधाएं होंगी. इंफोटेनमेंट के लिए ट्रेन में लाइव टीवी सर्विस उपलब्ध होगा.
उन्नत होंगी कैंटीन की सुविधाएं
इस ट्रेन में कैटरिंग सर्विस भी एयरलाइंस के स्तर की होंगी. इसके कैंटीन की ओर से भारतीय और महाद्वीपीय व्यंजन मिलेंगे. इसके मेन्यू में गेहूं का उपमा, मिनी डोसा, कांजीवरम इडली, ताजे फल, स्विस रोल के साथ आलू कुलचा, भुने मेवे और चिकन रोल मिलेगा. चिकेन सॉस के साथ स्पेनिश एग ऑमलेट और अखरोट स्लाइस केक बोन चाइना क्रॉकरी में सर्व किए जाएंगे.

Saturday, March 19, 2016

IRCTC को शर्तों के साथ मिलेगी ट्रेनों में कैटरिंग की जिम्मेदारी

नई दिल्ली। रेलवे की खानपान सेवाएं वापस आईआरसीटीसी को सौंपे जाने के बावजूद इनकी निगरानी व देखरेख का जिम्मा जोनल रेलों के पास ही रहेगा। रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने 2016-17 के रेल बजट में खानपान सेवाओं को वापस इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉर्पोरेशन (आईआरसीटीसी) को सौंपने का एलान किया है। इस प्रक्रिया को चरणों में पूरा किया जाएगा।
रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा के राज्यसभा में दिए बयान के अनुसार खानपान सेवाएं धीरे-धीरे आईआरसीटीसी को वापस सौंपी जाएंगी। लेकिन उसके पास प्राइवेट लाइसेंसियों को कैटरिंग लाइसेंस देने का सीमित अधिकार होगा। जबकि खानपान की निगरानी और देखरेख का काम जोनल रेलों के पास ही बना रहेगा।
खानपान सेवाओं को वापस आईआरसीटीसी के हवाले करने का निर्णय श्रीधरन समिति की सिफारिशों के आधार पर लिया गया है। समिति ने सुझाव दिया था कि चूंकि आईआरसीटीसी का गठन मुख्य तौर पर खानपान सेवाओं को पेशेवर बनाने के लिए ही किया गया था और इन्हें फिर से जोनल रेलों को सौंपे जाने से यह उद्देश्य की प्राप्ति में बाधा उत्पन्न हो गई है।
लिहाजा पिछली खामियों से सबक लेते हुए कुछ सुधारों के साथ खानपान सेवाओं को पुनः आईआरसीटीसी को सौंपे जाने की जरूरत है। समिति के सुझावों के आधार पर इस बार खानपान सेवाओं को दो हिस्सों में विभाजित करने का निर्णय लिया गया है। चूंकि दोनों गतिविधियां अलग-अलग विशेषज्ञता, साधन तंत्र और मानव संसाधन की मांग करती है इसलिए अब खाना बनाने/पैक करने और उसका वितरण करने का काम अलग-अलग शाखाओं के जिम्मे होगा।
 
C. Sunish से साभार